नई दिल्ली। तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद के वकील मुशर्रफ अली खान ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले लोगों को आगे आकर सरकार और अधिकारियों को अपने बारे में बताना चाहिए। जिम्मेदार नागरिक के तौर पर प्रशासन की मदद करना और उनके आदेश का पालन करना हमारा कर्तव्य है। यही नहीं, एफआईआर दर्ज होने के बाद से लापता चल रहे तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के भी कोराना वायरस को लेकर सुर बदल गए हैं। साद ने अब कोविङ-19 के खिलाफ जंग में सरकार का पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया है। कोरोना के बावजूद लोगों से मस्जिद आने और इसे मरने के लिए सबसे बेहतर जगह बताने वाले मौलाना साद ने अब एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए कहा है कि उन्होंने खुद को अलग-थलग (सेल्फ क्वारंटाइन) कर रखा है और दूसरे जमातियों से भी अपील की है कि डॉक्टरों और सरकार की सलाह मानें। डॉक्टरों की सलाह मानना शरियत के खिलाफ नहीं है। मरकज के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए ऑडियो क्लिप में साद ने कहा, हमें भीड़ से बचना चाहिए और सरकार और कानून की ओर से जो कहा जाए उसका पालन करें। आप जहां हैं वहां खुद को क्वारंटाइन कर लें। यह इस्लाम या शरियत के खिलाफ नहीं है। माना जा रहा है कि साद दिल्ली में ही किसी अज्ञात स्थान पर छिपे हुए हैं। गुरुवार को सामने आए ऑडियो क्लिप में उन्होंने कहा, मैं डॉक्टरों की सलाह पर दिल्ली में सेल्फ क्वारंटाइन हूं। मैं सभी जमात से अपील करता हूं आप देश में जहां भी हैं कानून की ओर से बताए जा रहे निर्देशों का पालन करें। निजामुद्दीन मरकज से निकाले गए थे 2361 लोगः ज्ञात हो कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को बुधवार को खाली कराकर यहां से कुल 2361 लोगों को निकाला गया था। इसके बाद दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बुधवार को बताया था कि निजामुद्दीन के आलमी मरकज में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया गया। इस इमारत में कुल 2361 लोग बाहर निकाले गए जिनमें से 617 को अस्पतालों में और बाकी को अलग-अलग क्वारंटीन में भर्ती कराया गया है।
तबलीगी जमात के लोगों से मौलाना साद के वकील कर की अपील, सभी आगे आकर सरकार का सहयोग करें